वैसे तो भारत देश अपनी सभ्यता, संस्कृति , दूसरों के प्रति आदर- सम्मान ,प्रेम और भाईचारे के लिए जाना जाता हैं लेकिन असल में इस देश के विभिन्न राज्यों की सुंदरता और उन राज्यों की संस्कृति भारत देश को और देशों से थोड़ा खास बनाती है।
जिसमें से एक राज्य है हिमाचल प्रदेश (हिम+आंचल हिमालय का आंचल)। जी !हाँ ,भारत का उत्तरी राज्य भारत के उन्तीस राज्यों में से एक जिसकी ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला और शीतकालीन राजधानी धर्मशाला है । ऊंचे ऊंचे पर्वत जिसकी ढाल हैं। जिसके ऊंचे ऊंचे पहाड़ों के श्रृंगार का आभूषण हरे भरे देवदार के पेड़ों से होता है। वहीं पहाड़ो की चोटियों में पड़ी बर्फ और हिमालय पर्वत हर सैलानी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
यहाँ राज्य में आए अपने नए मेहमानों का स्वागत प्यारी ठंडी ठंडी हवा से होता है सिर्फ यही नहीं अपने बुरांश के फूलों के आभूषण से यह राज्य लोगों को मंत्रमुग्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ता और साथ ही साथ यहाँ के प्रसिद्ध सेब ,काफल , आड़ू ,खुमानी, प्लम जैसे कई पर्वतीय फल इस राज्य और इसकी सुंदरता साथ साथ इसे परिपूर्ण करते हैं। इस राज्य को सेब की टोकरी भी कहा जाता है।
यूँ तो हर पर्यटन स्थल की आपस में तुलना करना गलत होगा क्योंकि हर पर्यटन स्थल खुद में कुछ खास है।
तो चलिए आगे बढ़ते हैं इस राज्य के कुछ पर्यटन स्थलों की ऑनलाइन लेख की सैर पर।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल
बीर बिलिंग
बीर गाँव जोगिंदर नगर घाटी के पश्चिम में स्थित है। यह पर्यावरणीय पर्यटन , आध्यात्मिक अध्ययन, ध्यान का विख्यात केंद्र है।
इसे भारत का पैरागलिडिंग टेम्पल (Paragliding temple) भी कहा जाता है। यहाँ पर विश्व पैरागलिडिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा चुका है।
अगर आप एडवेंचरस (adventurous) खेल प्रेमी हैं तो यह खास जगह आपके लिए उत्तम है। यहाँ चाय के बागान भी प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।
कुफरी
हिमाचल प्रदेश के जिले शिमला में एक छोटा पहाड़ी इलाका है जो कुफरी नाम से जाना जाता है।शिमला से बीस किलोमीटर दूरी पर यह बसा हुआ है।
कुफरी नाम का जन्म हुआ शब्द’ कुफ्र’से जिसका स्थानीय भाषा में मतलब ‘झील ‘होता है।
कुफरी ट्रैकिंग और हाईकिंग के लिए काफी प्रसिद्ध है।इसे ट्रेकर के लिए स्वर्ग कहा जाता है। देश का सबसे पुराना स्कीइंग ट्रेक भी यही स्तिथ है। सर्दियों में होने वाले शीत खेल यहाँ के प्रमुख आकर्षण का केंद्र होते हैं।हिमालय नेचर पार्क, इंदिरा टूरिस्ट पार्क यहाँ के दर्शनीय भ्रमण करने योग्य स्थल हैं।
काँगड़ा
यह निचले हिमालय में स्तिथ है। काँगड़ा अपने हस्तकला और शिल्पकला के लिए जाना जाता है। काँगड़ा से हिमालय की वादियों का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है।
यहाँ का काँगड़ा किला, बैजनाथ मंदिर, काँगड़ा आर्ट म्यूजियम, पालमपुर मशहूर पर्यटक स्थल हैं।
कसौली
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में समंदर से 1800 मीटर की ऊंचाई पर कसौली स्तिथ है। क्षेत्रफल छोटा होने के कारण पर्यटक इसे पैदल भी घूम सकते हैं। पुराणों की माने तो भगवान हनुमान यहाँ संजीवनी की खोज में आये थे।
यहां का आचार , जैम और वाइन बहुत मशहूर हैं। यह पर्यटक सनसेट पॉइंट में जाकर सूर्यास्त के अद्भुत नज़ारे को अपनी आंखों से अनुभव कर सकते हैं वहीं सूर्योदय का नज़ारा भी सनराइज पॉइंट से अनुभव कर सकते हैं।
स्पिति वैली
स्पिति वैली को हिमाचल में बसा बर्फ का रेगिस्तान कहा जाता है क्योंकि यह साल के ज़्यादातर समय बर्फ से ढका रहता है।
यहाँ तीर्थ यात्रा और एडवेंचर में रुचि रखने वाले पर्यटक भारी संख्या में आते हैं।
यहाँ माउंटेन बाइकिंग करने के लिए हज़ारों की संख्या में बाइकर्स आते हैं। वैसे स्पिति वैली मठों के लिए और प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है लेकिन जिसमें से तबो मठ एक बहुत प्रसिद्ध आकर्षण का केंद्र है।
खज्जियार
खज्जियार हिमाचल प्रदेश के डलहौजी के पास स्तिथ है।
इसे मिनी स्विटरजरलैंड कहा जाता है यह दुनिया के प्रसिद्ध 160 मिनी स्विजरलैंड में से एक है।
इस पहाड़ी इलाके को खजजी नाग मंदिर के लिए जाना जाता है इस मंदिर में नाग देव की पूजा की जाती है।
इस पहाड़ी इलाके में पर्यटक मुख्य रूप से खज्जियार की आबो हवा का आनंद लेने आते हैं।
इस जगह का आकर्षण चीड़ और देवदार से ढके खज्जियार झील में है पर्यटको का यह मनपसंद स्थल माना जाता है।यहाँ आकर पर्यटक घंटों समय व्यतीत करते हैं| चारों तरफ हरी भारी मुलायम घास खज्जियार को अद्भुत सुंदरता प्रदान करती है।
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश के जिले काँगड़ा में धर्मशाला स्तिथ है।
धर्मशाला अपने हिन्दू और बौद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। Tsuglagkhang complex और Namgyal Monastery यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं जो कि दलाई लामा का आवास है साथ ही साथ तिब्बत के बाहर तिब्बत का सबसे बड़ा मंदिर है।
इस शहर को दो भागों में बाँटा गया है ।निचली धर्मशाला और ऊपरी धर्मशाला। ऊपरी धर्मशाला को McLeodGang नाम से जाना जाता है | यही पर प्रसिद्ध कुनाल पथरी मंदिर स्तिथ है यह मंदिर पत्थरों से निर्मित है इसके पत्थरों पर करी गयी नक्काशी को देख कर पर्यटक दाँतों तले अंगुली दबाते हैं। यह मंदिर शिल्पकला का बेहतरीन नमूना है।
डलहौजी
हिमाचल प्रदेश में दो हज़ार मीटर की ऊँचाई पर चम्बा जिले में डलहौजी स्तिथ है यह पहाड़ी इलाका पाँच पहाड़ी पर बसा हुआ है।इसकी स्थापना लार्ड डलहौजी ने की थी इसलिए इसका नाम डालहौजी पड़ा।
सर्दी में बर्फ की चादर ओढ़े डालहौसी किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता यह किसी जन्नत से कम नहीं। दैनकुण्ड शिखर को पार करने के बाद फूलनी देवी मंदिर आता है जो कि बहुत प्रसिद्ध है ।
सुभाष बाओली नामक जगह जो कि चीड़ के पेड़ों से ढकी है पर्यटकों को शांति और सुकून की अनुभूति प्रदान करती है।
मनाली
मनाली ब्यास नदी के निकट स्तिथ है। चीड़ ओर देवदार के घने जंगल और बर्फ से ढकी चोटियाँ किसी भी पर्यटक का मन ना मोहे ऐसा हो ही नहीं सकता।
मनाली में हिडिम्बा मंदिर, गर्म पानी के झरने, तिब्बतियन मठ , रोहतांग पास, सोलंग वैली यहाँ के प्रमुख पर्यटक स्पॉट हैं।
शिमला
हिमाचल प्रदेश का बेहद लोकप्रिय और हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा राज्य है। यह हिमाचल प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी भी है।
ब्रिटिश काल में यह भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था।
यह ब्रिटिश वास्तुकला के लिए जाना जाता है जिसका नमूना यहाँ की The Mall और The Ridge में दिखाई देता है।
यह गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए अच्छा स्थान है।
यह हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल!